कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन महारा ने इन्वेस्टर सबमिट को लेकर उठाए सवाल, सरकार पर लगाए ये आरोप।

देहरादून,
देहरादून कांग्रेस भवन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया जिसमें उन्होंने इन्वेस्टर सबमिट को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह इन्वेस्टमेंट सम्मिट सरकार की नाकामियों को छुपाने का प्रयास है आगे उन्होंने कहा कि नवंबर 2000 में जब राज्य का गठन हुआ , तब नारायण दत्त तिवारी को कमान मिली, तो लगभग 2000 छोटे बड़े उद्योग स्थापित किए गए थे आगे करण महारा ने कहा कि बिना किसी इन्वेस्टमेंट सम्मिट के एनडी तिवारी सरकार ने सिडकुल की स्थापना की थी और 2003 में अच्छा आर्थिक पैकेज भी मिला जिससे बड़े स्तर पर लाभ हुआ आगे प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इन्वेस्टर सम्मिट के नाम पर छोटे उद्योगों के साथ कुठाराघात हो रहा है और पहाड़ों में उद्यमों को कोई सुविधा नही है।
पहाड़ में उद्योगपति आते हैं तो होम स्टे की सुविधाएं तक उस स्तर पर नहीं है वहीं अमेरिकन कंपनी मैकेंजी ग्रुप को उत्तराखंड में दो शर्तों के साथ आले गया था, 1 : कर्जे माफ करेगी
2: जीडीपी बढ़ाएगी
लगभग 12 महीने होने वाले हैं इस कंपनी के कदम आगे नहीं बड़े हैं इन्वेस्टर सम्मिट के चलते लंदन में ऐसी कंपनि के साथ एमओयू साइन किए गया जिसका मुख्यालय इंडिया में हैं जो उद्योग कांग्रेस की सरकार में नारायण दत्त तिवारी के वक्त में लगे उनमें से कितने उद्योग सिडकुल इत्यादि से वापस जा चुके है सरकार स्पष्ट करे 2018 में भी कई एमओयू साइन हुए आश्वासन दिया गया सपने दिखाए गए लेकिन हकीकत कुछ रही वैसे ही इस बार भी सपने दिखाए जा रहे हैं वे जो प्रचार पसार हो रहा है एक बार अपनी नाकामियों को ध्यान भटकने की कोशिश है, भद्दा प्रयास है सरकार का 2018 में पूर्ववर्ती त्रिवेंद्र सरकार के समय हुए ग्लोबल इन्वेस्टर समिट पर भी पीसीसी चीफ का निशाना 2018 में सवा लाख करोड़ के निवेश का दावा करने वाली भाजपा सरकार श्वेत पत्र जारी करे।