र्डेंगू और मलेरिया को लेकर अलर्ट मोड़ पर स्वास्थ्य विभाग, डीजी हेल्थ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश

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देहरादून

उत्तराखंड में मानसून की सक्रियता को लेकर प्रदेश भर में राज्य में मानसून के सक्रीय होने के कारण प्रदेश में व्यापक स्तर पर प्राकृतिक आपदायें घटित होने के साथ ही भारी जनमाल की क्षति होने की सम्भावना बनी रहती है, जिससे अन्य विभागों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग को भी चुनौतियां का सामना करना पड़ता है इसके अतिरिक्त मानसून सीजन में होने वाले जल जनित रोगों जैसे मलेरिया त डेंगू आदि को भी सम्भावना बनी रहती हैअतः उक्त के दृष्टिगत आपको निर्देशित किया जाता है कि मानसून सीजन में घटित होने बाली प्राकृतिक आपदाओं को कम करने एवं इस दौरान होने वाली जल जनित रोगों के उपचार हेतु आवश्यक औषधियों का भण्डारण सभी चिकित्सा इकाईयों में समुचित मात्रा में सुनिश्चित करने के साथ हो अपने अधीन तैनात किसी भी अधिकारी / कर्मचारी का आकस्मिक उपार्जित अवकाश स्वीकृत (अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर) न किया जाय किसी भी आकस्मिता की स्थिति से निपटने के लिए समस्त अधिकारी/कर्मचारी कार्यालय अवधि तथा कार्यालय अवधि के पश्चात् (24×7) अपने-अपने मोबाईल Switch On रखेंगे ताकि किसी भी प्रकार की प्रकृित आपदा से निपटने में उनका राज्यहित में पूर्ण सहयोग प्राप्त किया जा सके उक्त आदेश का अनुपालन कड़ाई से सुनिश्चित किया जाये वही आप को बता दे की महानिदेशक विनीता शाह द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समस्त मुख्य चिकित्सा अधिकारियो एंव मुख्य / प्रमुख चिकित्सा अधीक्षको को निर्देश दिये गये है कि मानसून सत्र के दौरान सभी अधिकारी / कर्मचारी अपने-अपने कार्यालयों में उपस्थित रहे तथा मानसून सत्र के दौरान आने वाली आपदाओं से निपटने के लिये सभी चिकित्सालयो में औषधियों की पूर्ण व्यवस्था बनाये रखें, साथ ही जनपद के समस्त कार्यालयों में अधिकारियों / कर्मचारियों की उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन मे लगाये जाने तथा समस्त चिकित्सालयो में सी०सी०टी०वी० कैमरे, एंव बायोमेट्रिक मशीने सूचारु रूप से कार्य किये जाने की पूर्ण सूचना उपलब्ध कराये जाने हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये गये तथा मानसून सीजन में होने वाले जल जनित रोगो की सम्भावना बढ जाती है जैसे मलेरिया, डेंगू, हैजा आदि उक्त रोगो की रोकथाम सम्बन्धी व्यापक प्रचार-प्रसार आशाओ के माध्यम से घर घर जाकर कराये जाने के निर्देश दिये गये उक्त वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग में डा० सुनीता टम्टा निदेशक, डा० भगीरथी जंगपागी अपर निदेशक डा मयंक बडोला सहायक निदेशक एवं अन्य अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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