सतपाल महाराज नही बता पाए आपदा में हुए नुकसान के आंकड़े, प्रेस वार्ता के दौरान सवालों के जवाब तक नही दे पाए।

उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं से पूरा राज्य प्रभावित नजर आ रहा है,आपदा में प्रभावित लोग सरकार तक अपनी फरियाद पहुंचाने का काम कर रहे हैं, लेकिन उत्तराखंड के लोक निर्माण विभाग के मंत्री अभी तक नुकसान के आंकड़े भी नहीं जुटा पाए हैं,जो अधिकारियों और मंत्रियों के बीच के संवाद हीनता को बताने का काम कर रहे है।
उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने आज बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में प्रेस वार्ता की लेकिन इस प्रेस वार्ता को लेकर कैबिनेट मंत्री मीडिया के सवालों पर घिरते हुए नजर आए। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ना तो आपदा में हुए विभाग के नुकसान की जानकारी दे पाए और ना ही मीडिया के उन सवालों का जवाब दे पाए जो किसी हुई विभागीय मंत्री के लिए जरूरी होता है। मानसून सीजन में अभी तक लोक निर्माण विभाग को जहां 300 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है,वहीं केवल पुलो के क्षतिग्रस्त होने से लगभग डेढ़ सौ करोड़ का नुकसान हो चुका है, वही कैबिनेट मंत्री को अभी तक नुकसान के बारे में कोई जानकारी विभाग अधिकारियों की तरफ से नहीं दी गई है जो यह दर्शाता है के मंत्री का अधिकारियों के साथ कोई समन्वय नहीं है।
उत्तराखंड में इन दिनों मानसून सीजन में प्राकृतिक आपदाएं अपना मुंह बांए खड़ी नजर आ रही है … लेकिन प्रदेश सरकार के मुखिया जहां हर तरफ अपने कुशल नेतृत्व से जनता के दुखो को दूर करने का काम कर रहे है तो वहीं धामी सरकार के एक ऐसे कैबिनेट मंत्री भी है जिन्हे सरकार में नंबर 2 तो समझा जाता है लेकिन उनके पास किसी विधायक या मीडिया के सवालो का एक ही रट्टा रटाया जवाब होता है की अभी आंकड़े एकत्रित किए जा रहे जल्द ही जवाब दिया जाएगा। और आज भी ऐसे ही जवाब कैबिनेट मंत्री के द्वारा दिए गए हैं जो ना तो किसी के समझ में आए हैं और ना ही उन जवाबों से सच्चाई निकलकर सामने आई है। जी हां हम बात कर रहे हैं कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की जिनके पास भारी भरकम लोक निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग, सिंचाई विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभाग है लेकिन इस आपदा की घड़ी में कितना नुकसान विभाग को हुआ है इसका एक भी जवाब मंत्री के पास मौजूद नहीं है।
वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल कांग्रेस कैबिनेट मंत्री और उनके कार्यों पर सवाल खड़े कर रही है । कांग्रेस की मुख्य प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसोनी की माने तो सतपाल महाराज के पास विभाग तो बहुत बड़े दे दिए गए लेकिन उन्हें अपने अधिकारियों पर कंट्रोल करना नहीं आता है … और आज उसी का खामियाजा प्रदेश की जनता भुगत रही है .… जब उनके विभागों से जुड़े हुए कामों में लापरवाहियां देखने को मिल रही है और अधिकारी भी अब मंत्री की एक नहीं सुनते हैं।
अपको बता दें कि उत्तराखंड में इस मानसून सीजन में अभी तक सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग की सड़कों और पुलों को हुआ है, सिंचाई विभाग के नहरे को हुआ है, लेकिन सरकार के मंत्री है की ना तो प्रदेश में प्रभावित जगहों का दौरा कर रहे हैं और ना ही अधिकारियों के पास से नुकसान की जानकारी ले पा रहे हैं। और यही वजह है कि अब विपक्ष कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को देखकर कहने लगा है कि आपदा के सीजन में उत्तराखंड रो रहा है और कैबिनेट मंत्री गायब हो रखे है।