आवारा कुत्ते नोच रहे लोगो का मांस, क्षेत्रीय पार्षद ने खड़े किए हाथ

देहरादून के मित्र लोक, दीप्लोक कॉलोनी में आवारा कुत्ते आने जाने वाले लोगो का मांस नोच रहे हैं लेकिन क्षेत्रीय पार्षद और मेयर को इससे कोई सरोकार नहीं है, आलम यह है कि इन कॉलोनियों के आसपास घूम रहे कुत्ते स्कूल जाने वाले बच्चों बुजुर्गों और दुपहिया वाहनों से आने जाने वाली लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं, लेकिन देहरादून के मेयर और क्षेत्रीय पार्षद इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को उठाना पड़ रहा है।दरअसल देहरादून के चकराता रोड स्थित मित्र लोक, दीपलोक कॉलोनी में आवारा कुत्ते आतंक का पर्याय बन गए हैं, इलाके के लोग पिछले काफी दिनों से आवारा कुत्तों को हटाने की मांग कर रहे हैं, यह कुत्ते अक्सर स्कूल जाने आने वाले बच्चों, सड़क पर आते जाते लोगों के पीछे भागते हैं और उन्हें काट लेते हैं। सबसे ज्यादा समस्या वार्ड नंबर 35 स्थित दीप्लोक कॉलोनी ,मित्रलोक कॉलोनी आकाशदीप कॉलोनी के निवासियों को हो रही है, यहां आता दर्जन से अधिक आवारा कुत्ते लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं, यही आलम इन कॉलोनियों से लगे आसपास के क्षेत्रों का है। लेकिन क्षेत्रीय पार्षद संगीता गुप्ता असहाय नजर आ रही है। आवारा कुत्ते कई लोगों को आए दिन अपना निशाना बना रहे हैं, कुत्तों के भय के कारण लोग अपने साथ डंडे लेकर चल रहे हैं, ऐसे में मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों को इन कुत्तों का सामना करना पड़ता है। बीते रोज शकील दुकान से जरूरी सामान खरीदने जा रहे थे तभी आवारा कुत्ते ने उन पर हमला कर दिया, ऐसे में होने बाजार से एंटी रेबीज इंजेक्शन खरीदकर लगाने पड़े। स्थानी पार्षद संगीता गुप्ता का कहना है कि इस संबंध में कई बार देहरादून के मेयर को लिखित में बताया गया है लेकिन अब तक आवारा कुत्तों को शिफ्ट किए जाने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। स्थानीय निवासी वंदना का कहना है कि आवारा कुत्ते झुंड बनाकर घूमते रहते हैं, जिनके संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। बहुत से राहगीरों को यह कुत्ते अपना शिकार बना चुके हैं ।उन्होंने कहा कि स्ट्रीट डॉग्स का इतना ज्यादा आंतक हो गया है कि लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया। उन्होंने कहा कि यदि अपने निजी काम से उन्हें बाहर जाना पड़ता है तो इन आवर कुत्तों के भय के कारण हड़बड़ाहट में हादसा भी हो जाता है। उन्होंने कहा कि कुत्तों के काटने के बाद लोगों को बाजार से महंगे दामों पर एंटी रेबीज इंजेक्शन के खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है लेकिन स्थानीय पार्षद और मेयर इस दिशा में कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को उठाना पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन से जल्द ही आवारा कुत्तों से निजात दिलाने की मांग की है। इधर स्थानीय निवासी आनंद का कहना है कि कुत्ते मोटरसाइकिल और साइकिल समारोह के पीछे भागते हैं और उन्हें काट लेते हैं। उन्होंने बताया कि ऐसी घटनाएं रोजाना घट रही है लेकिन स्थानी पार्षद को जनमानस की समस्या से कोई लेना-देना नहीं है। आवारा कुत्तों के काटने से आए दिन दुर्घटनाएं घट रही है। उन्होंने बताया कि रोजाना आवारा कुत्ते लोगों को काट रहे हैं , जिससे स्थानीय लोगों में व्याप्त भय है।